🌟 पूज्य गुरुजी 🌟
हमारे हृदय में सदा विराजमान
"परहित सरिस धरम नहिं भाई।"
हमारी आधिकारिक वेबसाइट में आपका स्वागत है। हम अपनी वेबसाइट और YouTube के माध्यम से आप सभी से जुड़कर प्रेरणादायक वक्तव्य, मधुर भजन, सत्य और धार्मिक मार्गदर्शन के साथ हमारी दुनिया की एक झलक दिखाते हैं।
आचार्य आश्रम, श्रीचित्रकूट तीर्थ के प्राचीन तथा सर्वश्रेष्ठ आश्रमों में से एक है। जनश्रुति के अनुसार यह वही स्थान है जहाँ श्रीचित्रकूट आगमन पर वसिष्ठ जी ने निवास किया था। वसिष्ठ जी राजगुरु थे अतः यह स्थान राजगुरु आश्रम कहा जाने लगा।
कालान्तर में जयपुरनरेश सवाई मानसिंह के गुरु पधोरे जी महाराज ने यहाँ तपस्या की। उनके लिए राजा मानसिंह ने गौशाला तथा आश्रम का निर्माण करवाया तथा जयपुर राज्य की ओर से एक निश्चित वार्षिक धनराशि आश्रम के संचालन हेतु प्रेषित किये जाने की व्यवस्था की। जो कुछ वर्ष पूर्व तक प्राप्त होती रही है।
इस आश्रम से अनेक राजा महाराजा एवं राजपरिवार दीक्षित होते रहे हैं। जयपुर नरेश सहित अनेक राजपरिवारों गुरु होने से भी यह आश्रम, राजगुरु आचार्यआश्रम के नाम से जाना जाता है।
यह आश्रम श्रीवैष्णवसम्प्रदाय की दक्षिणभारतीय उत्तरअहौविल गद्दी से सम्बद्धित है। यहाँ ब्राह्मण कुल में जन्म लेने वाले बालब्रह्मचारी वेदान्त तथा आचराणपवित्र विरक्त सन्त को कठिन परीक्षा के उपरान्त उत्तराधिकार सौंपा जाता है।
श्रीस्वामी जी गुरु आज्ञा को शिरोधार्य करके इस आश्रम की राजगुरु गद्दी पर मद्दमभिषिक्त होने वाले ग्यारहवाँ राजगुरु हैं। जो सर्वदा ही निर्विकार भाव से तपस्यापूर्ण आदर्शमय जीवन यापन करते रहे हैं। श्रीस्वामी जी प्राणिमात्र को राममय मानकर उनकी नि:स्वार्थ सेवा को भगवान की सबसे बड़ी पूजा मानते थे।
सदियों पुराना आध्यात्मिक केंद्र जो निरंतर धर्म, अध्यात्म और मानवता की सेवा में समर्पित है। राजगुरु परम्परा का गौरवशाली इतिहास।
साप्ताहिक कथा का LIVE प्रसारण - प्रतिदिन आध्यात्मिक ज्ञान का अमृत पान
अभी जुड़ें और आध्यात्मिक अनुभव लें
चैप्टर 3: कर्म का रहस्य और निष्काम कर्म की महिमा
यहाँ पिछले तीन दिनों की LIVE कथा का संकलन है। आप किसी भी दिन की कथा को दोबारा सुन सकते हैं।
LIVE कथा का समय और लिंक आपको ईमेल पर मिलेगा
हमारी शिक्षाएं सनातन धर्म की मूलभूत सिद्धांतों पर आधारित हैं और आधुनिक जीवन में उनका प्रयोग
भगवान के प्रति पूर्ण समर्पण और प्रेम के माध्यम से मोक्ष का मार्ग
मन की शांति और आत्म-साक्षात्कार के लिए नियमित ध्यान अभ्यास
निःस्वार्थ सेवा के माध्यम से मानवता की भलाई और आध्यात्मिक विकास
वेदों, उपनिषदों और गीता के ज्ञान का अध्ययन और जीवन में प्रयोग
हमारा मूल सिद्धांत है कि जो लोक (समाज) के कल्याण के लिए कार्य करता है, वही ऊर्ध्वगति को प्राप्त करता है। यह न केवल एक जीवन दर्शन है बल्कि आध्यात्मिक विकास का मार्ग भी है।
तीन पवित्र स्थानों पर स्थित हमारे आश्रम जहाँ आध्यात्मिक साधना और सेवा का कार्य निरंतर चलता रहता है
हमारा मुख्य आश्रम चित्रकूट में स्थित है, जहाँ भगवान राम ने वनवास के दौरान निवास किया था। यह पवित्र भूमि आध्यात्मिक साधना के लिए सबसे उत्तम है।
पवित्र गंगा के तट पर स्थित हमारा आश्रम जहाँ श्रद्धालुओं को गंगा आरती और आध्यात्मिक स्नान का अवसर मिलता है।
भगवान कृष्ण की लीला भूमि वृंदावन में स्थित हमारा आश्रम जहाँ भक्ति संगीत और कृष्ण भजन का विशेष आयोजन होता है।
प्राचीन गुरुकुल परंपरा के अनुसार वेदविद्या और संस्कृत शिक्षा का संरक्षण
निशुल्क आवासीय संस्कृत शिक्षा संस्थान
श्रीस्वामीजी द्वारा प्राचीन गुरुकुल परंपरा के अनुसार वेदविद्या तथा शास्त्रपरंपरा के संरक्षण एवं प्रचार प्रसार हेतु निशुल्क आवासीय संस्कृत विद्यालय की स्थापना आचार्य आश्रम में की गयी। जहाँ अनेक ब्राह्मण वटुक अध्ययन कर जीवन का पथ प्रशस्त कर रहे हैं।
📞 प्रवेश हेतु संपर्क करें
आचार्य आश्रम, चित्रकूट
विद्यार्थियों के साथ संस्कृत शिक्षा का प्रत्यक्ष दृश्य
विद्यार्थियों की अध्ययन गतिविधि
प्राचीन पद्धति से शिक्षा
आचार्य के साथ अध्ययन
वैदिक शिक्षा की पारंपरिक पद्धति
विद्यालय की दैनिक गतिविधियां
विद्यालय का शैक्षणिक वातावरण
आगामी कार्यक्रम, विशेष अवसर और आश्रम की महत्वपूर्ण घोषणाएं
आध्यात्मिक महोत्सव
20 अक्टूबर से 28 अक्टूबर 2025 तक
आचार्य आश्रम नयागांव चित्रकूट
दीपावली
श्री श्री 1008 श्री राजगुरु स्वामी बद्री प्रपन्नाचार्य जी महाराज
श्री मते रामानुजाय नमः
🌟 विशेष आमंत्रण
सभी श्रद्धालु भक्तों का हार्दिक स्वागत है। यह एक दुर्लभ अवसर है श्री राम कथा की पावन गाथा सुनने का। दीपावली के शुभ अवसर पर विशेष कार्यक्रम।
9 दिवसीय
महाकथा
हर रविवार
समय: शाम 6:00 से 8:00 बजे
गीता पाठ और आध्यात्मिक प्रवचन
🔴 अगला सत्संग: इस रविवार
20 अक्टूबर 2025
विशेष पूजा और प्रसाद वितरण
समय: प्रातः 6:00 से रात्रि 10:00 बजे
✨ सभी भक्तों का स्वागत है
YouTube पर
दैनिक प्रवचन और भजन
समय: प्रातः 7:00 और सायं 7:00
🔔 अपडेट के लिए सब्सक्राइब करें
हर शनिवार
आश्रम सफाई और भोजन वितरण
समय: प्रातः 9:00 से दोपहर 1:00
🙏 सेवा में जुड़ें
नया बैच
6 सप्ताह का कोर्स
पंजीकरण खुला है
📝 अभी रजिस्टर करें
मासिक कार्यक्रम
स्वास्थ्य और कल्याण के लिए
अगला यज्ञ: 15 फरवरी 2025
🕉️ सहभागिता आमंत्रित
विशेष व्रत और आध्यात्मिक अवसर
17 अक्टूबर 2025, दिन शुक्रवार
कार्तिक मास, कृष्ण पक्ष
भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा
प्रातःकाल स्नान और विशेष आरती
निराहार व्रत या फलाहार
अनाज का त्याग, सात्विक भोजन
18 अक्टूबर प्रातःकाल
सूर्योदय के बाद व्रत खोलना
आश्रम में विशेष पूजा और आरती का आयोजन होगा। भक्तजन सुबह 6 बजे से सहभागिता कर सकते हैं।
रम्भा एकादशी विशेष
"हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे
हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे"
"ॐ नमो भगवते वासुदेवाय"
प्रेरणादायक कहानियां जो जीवन में आध्यात्मिक प्रकाश लाती हैं
एक बार एक संत अपने शिष्य के साथ नदी किनारे गए। संत ने शिष्य से कहा, "इस खाली घड़े को पानी में डाल दो।" शिष्य ने घड़ा पानी में डाला। घड़ा पानी की सतह पर तैरने लगा।
फिर संत ने कहा, "अब इसमें पानी भर दो।" जैसे ही घड़े में पानی भरा, वह नीचे डूब गया। संत ने समझाया: "जब तक मन में अहंकार है, तब तक आत्मा सतह पर भटकती रहती है। जब अहंकार चला जाता है और विनम्रता आ जाती है, तब आत्मा गहराई में जाकर सत्य को पा लेती है।"
🙏 शिक्षा: विनम्रता से ही सत्य की प्राप्ति होती है
एक छोटा बीज पेड़ से पूछता है, "मैं इतना छोटा हूं, क्या मैं कभी आपकी तरह बड़ा हो पाऊंगा?" पेड़ मुस्कराते हुए कहता है, "बेटा, तुम्हारे अंदर पूरा वन छुपा हुआ है।"
"लेकिन मुझे पता नहीं कैसे?" बीज ने पूछा। पेड़ ने उत्तर दिया: "धैर्य रख, मिट्टी में जा, अंधकार को स्वीकार कर, और समय आने पर प्रकाश की ओर बढ़। जो कुछ तेरे अंदर है, वह प्रकट होगा।"
🌟 शिक्षा: हर आत्मा में असीम संभावनाएं हैं
एक व्यक्ति हीरे की तलाश में दूर-दूर गया। वर्षों बाद निराश होकर वापस आया। घर की खुदाई के दौरान उसे पता चला कि उसके घर के नीचे ही हीरों की खान थी।
उसने महसूस किया: "मैं जो खज़ाना दूर में खोज रहा था, वह मेरे पास ही था।" ठीक इसी तरह, जिस परमात्मा को हम दूर खोजते हैं, वह हमारे अंतर में ही विद्यमान है।
✨ शिक्षा: ईश्वर हमारे हृदय में ही निवास करते हैं
अंधकार ने दीपक से कहा, "तुम कितने भी प्रकाश फैलाओ, मैं हमेशा कहीं न कहीं रहूंगा।" दीपक ने मुस्कराते हुए उत्तर दिया, "यह सच है, लेकिन जहां मैं हूं, वहां तुम नहीं हो सकते।"
"और यही मेरा उद्देश्य है - जहां मैं जाऊं, वहां प्रकाश हो। तुम्हारे साथ लड़ना नहीं, बल्कि अपना धर्म निभाना।"
🌟 शिक्षा: बुराई से लड़ने के बजाय अच्छाई फैलाएं
🙏 शिक्षा: तप और त्याग से ही दिव्य शक्ति की प्राप्ति होती है
✨ शिक्षा: भगवान की लीला में छुपे होते हैं कल्याणकारी रहस्य
🌟 शिक्षा: सच्ची शिक्षा व्यावहारिक और आध्यात्मिक दोनों होती है
🙏 शिक्षा: आत्म-साक्षात्कार ही सच्चा ज्ञान है
⭐ शिक्षा: सच्ची भक्ति से असंभव भी संभव हो जाता है
🕉️ शिक्षा: गुरु मंत्र मन के विकारों को दूर करता है
क्या आपके पास कोई आध्यात्मिक अनुभव या प्रेरणादायक कहानी है?
हमारे प्रेरणास्रोत और आध्यात्मिक मार्गदर्शक के पावन चित्र - जो हमारे हृदय में सदा विराजमान हैं
गुरु महाराज का दिव्य दर्शन
प्रेम और करुणा के साथ
आध्यात्मिक ज्ञान का प्रसार
आध्यात्मिक मार्गदर्शक
दिव्य दर्शन
सत्संग में
आशीर्वाद प्रदान करते हुए
ध्यान में लीन
दिव्य कृपा
आध्यात्मिक उपदेश
श्रद्धा और भक्ति से
सत्संग का पावन क्षण
प्राचीन काल से अब तक की महान गुरु परम्परा - जो हमारे आध्यात्मिक मार्ग को प्रकाशित करती है
सनातन धर्म की अमर गुरु परम्परा जो युगों से ज्ञान की ज्योति जलाती आई है। ये महान आत्माएं हमारे मार्गदर्शक हैं।
धर्म और अध्यात्म के प्रकाशक, जिन्होंने मानवता को सत्य का मार्ग दिखाया। इनके आशीर्वाद से हमारा जीवन धन्य होता है।
आध्यात्मिक ज्ञान के भंडार, जिन्होंने अपने तप और साधना से संसार को प्रेम और दया का मार्ग दिखाया।
जिनके चरणों में बैठकर शिष्यों ने ज्ञान पाया। इनकी कृपा से ही हमारे जीवन में सुख-शांति आती है।
सद्गुरु की कृपा से ही जीवन में परिवर्तन आता है। ये महान आत्माएं हमारे अंधकार को मिटाकर प्रकाश लाती हैं।
गुरु की महिमा अपरंपार है। ये दिव्य व्यक्तित्व हमारे जीवन को सार्थक बनाते हैं और मोक्ष का मार्ग दिखाते हैं।
आध्यात्म की सच्ची शिक्षा देने वाले महान गुरु। इनके उपदेशों से हमारा मन शुद्ध होता है और आत्मा को शांति मिलती है।
जिनके जीवन से दिव्य प्रकाश निकलता है। ये महान संत हमारे लिए प्रेरणा के स्रोत हैं और हमें सही राह दिखाते हैं।
गुरु के चरणों में ही सच्चा अमृत है। इनकी सेवा और भक्ति से हमारे सभी पाप धुल जाते हैं और जीवन पवित्र हो जाता है।
संतों की अमर परम्परा जो हमारे समाज को शुद्ध करती है। इनके आशीर्वाद से हमारे घर में सुख-समृद्धि आती है।
गुरु का आशीर्वाद ही हमारी सबसे बड़ी संपत्ति है। इनकी कृपा से हमारे जीवन में सफलता और खुशियां आती हैं।
"गुरु गोविंद दोऊ खड़े, काके लागूं पाय।
बलिहारी गुरु आपने, गोविंद दियो बताय।।"
- संत कबीर दास जी
गुरुजी के अनमोल क्षण और दुर्लभ दर्शन - जो कहीं और उपलब्ध नहीं हैं
आध्यात्मिक ज्ञान की अनमोल बातें जो केवल यहीं उपलब्ध हैं
आश्रम के इतिहास के महत्वपूर्ण पल जो आज दुर्लभ हैं
गुरुजी के भक्तों के साथ हृदयस्पर्शी बातचीत के दुर्लभ दृश्य
ये वीडियो परम्परा आचार्य आश्रम के दुर्लभ संग्रह से हैं। इन्हें कहीं और साझा करना या डाउनलोड करना मना है। कृपया इन अनमोल क्षणों का सम्मान करें और केवल आध्यात्मिक उद्देश्य से देखें।
राजगुरु जी के साथ विशेष क्षण और आध्यात्मिक यात्रा की अनमोल तस्वीरें
गुरुदेव का दिव्य दर्शन
आध्यात्मिक मार्गदर्शन
भक्ति और सम्मान
गुरु शिष्य परंपरा
दिव्य दर्शन और पूजा
सम्मानित संत का आगमन
गुरुजी के साथ दर्शन
आध्यात्मिक चर्चा
आश्रम में पधारे महानुभाव
समाज सेवा की चर्चा
आशीर्वाद प्राप्त करते हुए
मानवता की सेवा में योगदान
आश्रम के कार्यक्रम में सहभागिता
श्री जितेन्द्र लटोरिया जी ने स्वामी जी महाराज से आशीर्वाद प्राप्त किया
जबलपुर पनागर में मंत्री जी का आगमन और दर्शन
कैबिनेट मंत्री दर्जा प्राप्त नेता को दिया गया आशीर्वाद
भाजपा संगठन मंत्री को दिया गया पावन आशीर्वाद
6-7 अक्टूबर 2025, चित्रकूट में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय SDG सम्मेलन में गुरुजी का आशीर्वाद
चित्रकूट • 6-7 अक्टूबर 2025
चित्रकूट में आयोजित 5वें अंतर्राष्ट्रीय SDG (सतत विकास लक्ष्य) सम्मेलन में पूज्य स्वामी जी महाराज का दिव्य दर्शन और आशीर्वाद। यह सम्मेलन 6 से 7 अक्टूबर 2025 तक आयोजित हुआ, जहाँ विश्व भर के विद्वान और नेता सतत विकास के लिए एकत्रित हुए।
"सर्वे भवन्तु सुखिनः सर्वे सन्तु निरामयाः। सर्वे भद्राणि पश्यन्तु मा कश्चिद्दुःखभाग्भवेत्॥"
गुरुजी के आशीर्वाद के साथ विश्व कल्याण की कामना
आश्रम में भक्तों के लिए उपलब्ध आध्यात्मिक सेवाएं और सुविधाएं
आश्रम की गतिविधियां, त्योहार और सामुदायिक कार्यक्रमों की तस्वीरें
त्योहारी कार्यक्रम
शिक्षा कार्यक्रम
आश्रम परिसर
"दान महापुण्य है। आश्रम की सेवा में आपका योगदान न केवल धर्म कार्यों में सहायक है बल्कि आध्यात्मिक उन्नति का मार्ग भी है।"
जो दान बिना किसी अपेक्षा के दिया जाता है, वही सच्चा दान है।
तुरंत और सुरक्षित भुगतान के लिए UPI का उपयोग करें
PhonePe: +91 8103033378
सीधे बैंक खाते में दान राशि भेजें
कृपया donation के बाद receipt के लिए संपर्क करें
विभिन्न प्रकार की सेवाओं में योगदान दें
"यज्ञदानतपःकर्म न त्याज्यं कार्यमेव तत्।"
यज्ञ, दान और तप - ये कर्म त्यागने योग्य नहीं हैं, इन्हें अवश्य करना चाहिए।
"दानं भोग्यं यज्ञो रक्षा।"
दान देना, भोग करना, यज्ञ करना और रक्षा करना - ये चार गुण हैं।
"सर्वे भवन्तु सुखिनः सर्वे सन्तु निरामयाः।"
सभी सुखी हों, सभी रोगमुक्त रहें। सभी का कल्याण हो, किसी को कोई दुःख न हो।
दान संबंधी किसी भी जानकारी के लिए संपर्क करें:
हमसे जुड़ें और आध्यात्मिक यात्रा में हमारा साथ लें। आपके किसी भी प्रश्न का स्वागत है।
परम्परा आचार्य आश्रम चित्रकूट
चित्रकूट, मध्य प्रदेश, भारत
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